शिवानी तिवारी
कक्षा – आठ , कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, मलीहाबाद
दिल्ली गैगरेप पर मै अपने विचार लिख रही हू । दिल्ली गैगरेप में दामिनी नाम की लड़की के साथ जो भी हुआ ऐसा किसी भी महिला के साथ घटना हो सकती है । दामिनी के भी कुछ सपने थे जो की अपराधियों ने पुरे नही होने दिये , यह सब इतना घटित होने के बाद इसका कुछ उपाय करना चाहिए जिससे की लडकियाँ भी उतनी ही आज़ादी पा सके जितने की लड़के , क्यों कि लडकियाँ अपनी जिंदगी जीना चाहती है , और अगर यह अपराध होते रहेंगे तो समाज में लडकियो का जीना मुशिकिल हो जाएगा । जो लोग यह अपराध करते है उन्हें ऐसी सजा देनी चाहिए जिससे की यह अपराध न हो । इन लोगो को कड़ी सजा देनी चाहिए । लेकिन कोर्ट ने उन्हें ऐसी कोई सजा नही दी जिसे देख कर या सुनकर लोग इतना ज्यादा डर जाएँ की कभी भी ऐसी आगे कोई घटना न हो । अपराधियों को सीधे फाँसी की सजा देनी चाहिए । जिसे देखकर व सुनकर लोग ऐसा कर्म करने से डरे और लडकियाँ अपने सभी सपने पूरे कर सके ।
i agree that government should make a such a hard rule so that no one dares to voilate the law
MAHILAON PAR HO RAHA HAI ATYACHAR,
ISKO ROKNE KE LIYE HAME DENE HAIN APNE VICHAR,
JO BHI AISA KAAM KARE UNKO SAJA DILANA HAI,
AB MAHILAO KO BHI UNKA ADHIKAR DILANA HAI.
AB HUM LOG AISA KADAM UTHAYENGE,
BURA KAAM KARNE WALE DUBARA PHIR NA KAR PAYENGE.
JAB MAHILAYE KO MILEGA APNA SAMMAN,
TABHI TO VO DENGI DESH KE VIKAS MEN APNA YOGDAAN.
मै यह चाहता हूँ की जो कोई भी ऐसा गुनाह करे उसे तुरंत कड़ी से कड़ी सजा दी जाये ताकि कोई भी ऐसा
करने का दुसाहस न करे और दुनिया में जितनी भी लड़कियां हैं उन्हें लड़कों के सामान समझा जाय