आशा का गीत

Shalini Chandra

 

 

Shalini Chandra
Head Mistress, Junior School, Study Hall

(‘आओ बच्चों तुम्हें दिखायें ‘ की धुन पर )

 

बात हमारे हक़ की है और है अपनी पहचान की

अब ना दबेगी अब न झुकेगी बेटी हिंदुस्तान की

अब ना रुकेंगे  हम आगे बढें कदम

 

घर के बाहर बेटी को सब -बुरी नज़र से ताक रहे

कितना लगी बंदिशे कितने घर वालों के ज़ुल्म सहे

इज्जत की दुहाई देकर होठ हमारे सिल रहे

अब जाकर हम समझ रहे हैं कीमत अपनी जान की

अब न दबेगी

 

नहीं किसी पर बोझ बेटियाँ ,यही बढाती हैं संसार

आधी दुनिया इनकी और बराबर का इनका अधिकार

खोज रही हैं अपनी ताकत , हर बाधा कर लेंगी पार

छूनी इनको ऊँचाई अब नीले आसमान की

अब ना दबेगी

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